अखिलेश भैया उत्तर प्रदेश की बहनों ने आपको भाई
कहा तो आप उनकी आबरू तक नही बचा पाए मुजफ्फरनगर में उलटे दंगे के आरोपी को मंत्री
और एक को जेड प्लस सुरक्षा से नवाजा गया (वो भले आपने न दिया हो पर उसके लिए आप ही
जिम्मेदार हो) | एक इमानदार नौजवान (जिया उल हक) ने जब इमानदारी से नौकरी करने की
ठानी तो तो आपके गुंडे मंत्री ने उसे भी मरवा दिया तब भी आप पैसे और नौकरी से
ज्यादा कुछ नही कर पाएं | उलटे आरोपी गुंडे को मंत्री बना दिया | दादरी में जाकर
फिर वही हाल कट्टरपंथी संगठनो के आगे घुटने टेक दिए जिस तरह आपके बाप पुराने संघी
मुलायम सिंह ने टेक दिए हैं | केजरीवाल, पत्रकारों और कुछ मुस्लिम समाजसेवको को दादरी
जाने से रोका गया लेकिन वही मुजफ्फर नगर का आरोपी संजीव बालियान और संगीत सोम पहुच
गए तब कहाँ गया आपका धारा144 अरे कुछ नही कर सकते तो कम से कम ट्रान्सफर और
सस्पेंड तो कर ही सकते हैं डी०एम०, एस०डी०एम० और एस०पी० और कोतवाल को | जबकि आपने
अभी हाल में ही कहा था की किसी भी तरह के दंगे होने पर डी०एम० और एस०पी० नपेंगे | अब
ऐसा न करें की आने वाले 2017 में हमे भी सोचना पड़े ज्यादातर ने तो ओवैसी भाइयो की
तरफ देखना भी शुरू कर दिया हैं | आज़म चचा आपसे भी बहुत कुछ लेकिन बाद में क्यूंकि
आप भी बहुत गुल खिलाये हैं इस सरकार में |
तेरी हस्ती में ऐ मुलायम हम घर से दरबदर हो गए |
तुम संवर कर सनम सैफई हो गये |
हम उजड़ कर मुजफ्फरनगर हो गये |
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